O Door Ke Musafir - ओ दूर के मुसाफिर, हम को भी साथ ले ले Lyrics

Are you looking for O Door Ke Musafir - ओ दूर के मुसाफिर, हम को भी साथ ले ले lyrics form movie Uran Khatola ( 1955 )? If Yes, then you have reached at right place because here we have shared lyrics of most popular song O Door Ke Musafir - ओ दूर के मुसाफिर, हम को भी साथ ले ले sung by our favourite singer Mohammad Rafi. This awesome song written by Shakeel Badayuni and directed by Naushad.


चले आज तुम जहाँ से, हुई जिंदगी परायी
तुम्हे मिल गया ठिकाना, हमें मौत भी ना आयी

ओ दूर के मुसाफिर, हम को भी साथ ले ले रे
हम को भी साथ ले ले, हम रह गये अकेले

तू ने वो दे दिया ग़म, बेमौत मर गये हम
दिल उठ गया जहां से, ले चल हमें यहाँ से
किस काम की ये दुनिया जो जिंदगी से खेले

सूनी हैं दिल की राहें, खामोश हैं निगाहें
नाकाम हसरतों का उठने को है जनाज़ा
चारों तरफ लगे हैं बरबादीयों के मेले


O Door Ke Musafir - ओ दूर के मुसाफिर, हम को भी साथ ले ले - Song Info.

Uran Khatola ( 1955 )
Singer: Mohammad Rafi
Music Directors: Naushad
Lyricists: Shakeel Badayuni
 Hindi Song