Badal Yun Garajta Hai - बादल यूँ गरजता है, डर कुछ ऐसा लगता है Lyrics

Are you looking for Badal Yun Garajta Hai - बादल यूँ गरजता है, डर कुछ ऐसा लगता है lyrics form movie Betaab ( 1983 )? If Yes, then you have reached at right place because here we have shared lyrics of most popular song Badal Yun Garajta Hai - बादल यूँ गरजता है, डर कुछ ऐसा लगता है sung by our favourite singer Lata Mangeshkar - Shabbir Kumar. This awesome song written by Anand Bakshi and directed by Rahuldev Burman.


बादल यूँ गरजता है, डर कुछ ऐसा लगता है
चमक चमक के, लपक के ये बिजली हम पे गिर जायेगी

बाहर भी तूफान, अंदर भी तूफान
बीच में दो तूफ़ानों के ये शीशे का मकान
ऐसे दिल धड़कता है, डर कुछ ऐसा लगता है

ये दीवानी शाम, ये तूफ़ानी शाम
आग बरसती है सावन में, पानी का है नाम
बस कुछ भी हो सकता है, डर कुछ ऐसा लगता है

तौबा हुस्न-ए-यार, बदले रंग हज़ार
शर्म कभी आती है और कभी आता है प्यार
देखे कौन ठहरता है, डर कुछ ऐसा लगता है

तुम बैठो उस पार, हम बैठे इस पार
आओ अपने बीच बना ले, हम कोई दीवार
दिल फिर भी मिल सकता है, डर कुछ ऐसा लगता है


Badal Yun Garajta Hai - बादल यूँ गरजता है, डर कुछ ऐसा लगता है - Song Info.

Betaab ( 1983 )
Singer: Lata Mangeshkar - Shabbir Kumar
Music Directors: Rahuldev Burman
Lyricists: Anand Bakshi
 Hindi Song